Ayodhya Ram Mandir राम मंदिर के बारे में कुछ अनसुने तथ्य

राम मंदिर का निर्माण चीफ आर्किटेक्ट चंद्रकांत सोमपुरा ने किया है।

राम मदिर को बनाने केलिए 14 मीटर रोल्ड कोम्पक्टेड कॉन्क्रीट का उपयोग किया गया है।

राम मंदिर को नमी से बचाने के लिए ग्रेनाइट से बने 21 फुट मोटे चबूतरे का इस्तेमाल किया गया है।

मंदिर के डिजाइन में कर्णाटक और तेलंगना के ग्रेनाइट पत्थर और पहाड़पुर के गुलाबी पत्थर का उपयोग किया गया है।

मंदिर के मुख्य गर्भगृह में श्री राम लला (भगवान श्री राम का शिशु रूप) की मूर्ति है।

राम मंदिर के प्रथम तल पर श्री राम दरबार है।

मदिर के उत्तरी भुजा में देवी अन्नपूर्णा का मंदिर होगा तथा दक्षिणी भुजा में भगवान हनुमान का मंदिर होगा।

मंदिर परिसर में सीता कूप होगा  और भगवान शिव के प्राचीन मंदिर का जीर्णोद्धार कर जटायु की प्रतिमा स्थापित की जायेगी। 

परिधि (परिकोटा) के चारों कोनों पर सूर्यदेव, मां भगवती, भगवान गणेश और भगवान शिव को समर्पित चार मंदिरों का निर्माण किया जाएगा।