Arvind Kejriwal Bail: नमस्कार दोस्तों ,समाचार स्टोरी के आज के इस धमाकेदार आर्टिकल में आपका स्वागत है। एक महीने पहले दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल काफी चर्चा में थे। उन्होंने दिल्ली उत्पादक शुक्ला नीति 2021-22 में अनियमितताओं से संबंधित कुछ मनी लॉन्ड्रिंग के सिलसिले में उन्हें गिरफ्तार किया था। 21 मार्च को ईडी ने इनको गिरफ्तार किया पर अब अरविंद केजरीवाल इनको कुछ महीने की जमानत मिल गई है। पूरा जानने के लिए यह आर्टिकल आखरी तक जरूर पढ़े।
Arvind Kejriwal Bail
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) उनके लिए एक बड़ी खुश खबरी आई है। दिल्ली के एक्साइज पॉलिसी घोटाले से जुड़ा हुआ मनी लांड्रिंग केस में ईडी ने इनको गिरफ्तार किया था। पर अब सुप्रीम कोर्ट ने अरविंद केजरीवाल इन को 1 जून तक की अंतरिम जमानत (Arvind Kejriwal Bail) दी है। उनकी जमानत होने पर उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल काफी ज्यादा खुश नजर आ रही है। उसके बाद उनकी पत्नी ने लोगों से यह कहा कि यह लोकतंत्र की जीत है।
केजरीवाल इनको 1 जून तक ही जमानत (Arvind Kejriwal Bail) मिली है पर उसके बाद उन्हें फिर से अधिकारों को अपने आप को समर्पण करना होगा। उन्होंने अपने ऊपर लगे हुए सारे आरोपों को इनकार किया है और अपनी गिरफ्तारी को अवैध बताने की कोशिश की। पिछले महीने में दिल्ली के उच्च न्यायालय द्वारा उन्हें जमानत देने के लिए इंकार दिया था। पर उसके बाद मुख्यमंत्री ने न्यायालय में बहुत रुक किया।
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अरविंद केजरीवाल इनको मिली 1 जून तक जमानत
शुक्रवार को यानी कि आज न्यायमूर्ति संजीव खन्ना और न्यायमूर्ति दीपंकर दत्ता इन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) इनको भारत के आम चुनाव के नतीजे आने से 2 दिन पहले यानी की 2 जून को खुद अपने आप को सोपना होगा। साथ ही में अदालत में अरविंद केजरीवाल इनको रिहाई पर चुनाव प्रचार करने की अनुमति दी है। परंतु उसके दौरान उन्हें आधिकारिक कर्तव्य का पालन करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। दूसरी बात यह है की इस मामले में जेल जाने वाले केजरीवाल तीसरे नेता है।
अरविंद जी गिरफ्तार होने के बाद ईडी ने उन पर रिश्वत के बदले शराब कारोबारी को फायदा पहुंचाने का आरोप किया था। पर पार्टी ने इस आप को साफ इनकार कर दिया। केजरीवाल जेल में रहने के दौरान भी उन्होंने अपना मंत्री पद छोड़ा नहीं पर उनकी पार्टी ने यह कहा कि वह जेल से दिल्ली सरकार चला रहे है । मधुमेह से पीड़ित होनेकी वजहसे कई लोगों को इनके स्वास्थ्य की चिंताएं हो रही है।
सुप्रीम कोर्ट ने दिया ये आदेश
सुप्रीम कोर्ट ने कहा केजरीवाल (Arvind Kejriwal) इनको अंतरिम जमानत देते हुए लोकसभा चुनाव के उदारवादी दृष्टिकोण उचित है। वह समाज के लिए खतरा नहीं है। पर केजरीवाल इन पर लगा हुआ आप गंभीर जरूर है। और उन्हें अब तक दोषी नहीं ठहराया गया है। और साथ ही में सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें कहा है कि वह किसी भी गवाह से अब बात नहीं करेंगे। केजरीवाल इनको जमानत राशि के साथ 50,000 रुपए का जमानत बांड भरना जरूरी होगा।