Sam Bahadur movie review
Sam Bahadur movie review: सैम बहादुर फिल्म आज 1 दिसंबर को सिनेमाघरों में प्रदर्शित की गई है। इस फिल्मे के अभिनेता है विकी कौशल जिन्होंने २०१५ में तलवार और २०१८ में राज़ी में काम किया था। उसके बाद उन्होंने उरी:द सर्जिकल स्ट्राइक २०१९ में प्रदर्शित किया जिसमें वह देश के विरोधियों के खिलाफ एक मिशन पर थे। और अब विकी कौशल ने २०२३ में देश के सबसे प्रतिष्ठित सैनिकों में से एक सैनिक की भूमिका साकार की है जिसका नाम है सैम मानेकशॉ।
यह फिल्म सैम मानेकशॉ के जीवन पर आधारित है। वह एक महान आदमी थे जिनका मृत्यु द्वितीय विश्व युद्ध में मारे गए थे । उनको एक जापानी सैनिक द्वारा द्वितीय महायुद्ध में गोली मारी गई थी। पर वह गोली के लगने बाद भी कई समय तक जीवित थे।
सैम बहादुर इस फिल्म के दिग्दर्शन मेघना गुलजार उन्होंने किया है। इस फिल्म में सैम मानेकशॉ की पूरी लाइफ ढाई घंटे में दिखाई गई है। इस चित्रपट में चार दशकों की सक्रिय सेना है जिसमें पांच युद्ध है प्रधानमंत्री के साथ बातचीत दिखाई गई है और कई सारा चित्रण किया है।
फिल्म वास्तव में अच्छी है क्योंकि यह कहानी के महत्वपूर्ण हिस्सों पर केंद्रित है। विकी कौशल बेहतरीन एक्टिंग करते हैं और फिल्म में एक दयालु और बहादुर सैन्य नेता को दिखाया गया है। वह वास्तव में मजबूत है और उसमें बहुत अधिक ऊर्जा है।’ वह हमेशा जानता है कि उसे क्या चाहिए और कभी हार नहीं मानता। लोग सोचते हैं कि वह सचमुच विशेष है।
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सैम मानेकशॉ यह एक रंगीन व्यक्तिमत्व है। और बहुत लोगों को ऐसे लगता था कि इनका एक बायोपिक बनना चाहिए और यह सपना सच में साकार हुआ। मेघना गुलजार इन्होंने ढाई घंटे की फिल्म में सैम मानेकशॉ का पूरे जीवन का सफर दिखाया गया। इस फिल्म में उनके व्यक्तिगत और व्यावसायिक जीवन के बारे में सारे दिखाया गया है। विकी कौशल के लिए सैम मानेकशॉ की भूमिका करना यह एक चुनौती थी और यह चुनौती उन्होंने अच्छी तरह से निभाई है।
वास्तविक में सैम मानेकशॉ यह पहले भारतीय सैनिक थे जिनको फील्ड मार्शल का पहला पद मिला था।सारी जगह उनके कथा बताया गया जाता था। उनके वीरता के बारे में वह इतने प्रसिद्ध थे कि उनके लोग उनकी पूजा करते थे। वह हमेशा निर्दोष कपड़े पहनते थे।वह सारी चीजों में परिपूर्ण थे।
1971 में हुआ हुआ द्वितीय महायुद्ध में सैम मानेकशॉ ने महत्वपूर्ण भूमिका बजाई थी। उनकी रणनीतियों के वजह से गांधी जी को अमेरिका का सामना करने से और पाकिस्तान को पराभव करने में मदद हुई।
इस फिल्म में सिर्फ युद्ध नहीं दिखाया गया है बल्कि उनके जीवन चरित्र के बारे में दिखाया गया है। इस फिल्म में उनकी पूरी जीवन कहानी है जैसे कि उनके जन्म के बारे में लेकर कब्र तक समाप्त किया है। सैम मानेकशॉ सिर्फ सैनिक नहीं थे बल्कि वह एक नेता भी थे और उन्होंने उनका काम अच्छे से निभाया था।
इस समय सानिया मल्होत्रा सैम मानेकशॉ की पत्नी के नाते दिखाई गई है। इस फिल्म में बार-बार यह दिखाया गया है कि सैम मानेकशॉ की जीत उसकी पत्नी सिल्लू और उसकी बेटियों के वजह से हुई है। इस फिल्म मैं इंदिरा गांधी की भूमिका में फातिमा सना शेख दिखाई गई है। जिसका चित्रण बहुत अच्छे से दिखाई नहीं गया है।
Sam Bahadur Box Office collection Day 1 :
विकी कौशल ने सैम बहादुर में मुख्य भूमिका निभाई है। सैम बहादुर यह फिल्म आज 1 दिसंबर में सिनेमाघर में प्रदर्शित की जाएगी। यह फिल्म मेघना गुलजार ने 55 करोड़ में बनाई है ऐसे ओटीटी प्ले के मुताबिक कहा जाता है। इस फिल्म का एडवांस बुकिंग लगभग १,०३,१९२ टिकट एडवांस बेचे गए हैं। जिसका ३.०५ करोड़ का कलेक्शन हुआ है। इंडस्ट्री ट्रैक्टर सकनीक के रिपोर्ट के मुताबिक इसे कहा गया है कि से बहादुर पहले दिन ६ करोड़ की कमाई करेगा।
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सैम मानेकशॉ कौन थे ?
सैम मानेकशॉ यह एक भारतीय सैनिक थे जिनको फील्ड मार्शल का सबसे बड़ा पद मिला था। उनका पूरा नाम सैम होर्मूसजी फ्रेमजी जमशेदजी मानेकशॉ था। उनको सैम बहादुर नाम से जाना जाता था। उनका जन्म ३ अप्रैल १९१४में अमृतसर पंजाब में हुआ था। वह भारतीय सेना में प्रमुख सैनिक थे। उन्होंने द्वितीय विश्व युद्ध में बड़ा कार्य किया था २७ जून २००८ में वेलिंगटन तमिलनाडु में उनका मृत्यु हुआ। द्वितीय विश्व युद्ध में उनको गोली लगी थी फिर भी वह जीवित थे। पद्मभूषण ,पद्म विभूषण ,भारत का पहला फील्ड मार्शल ऐसे पुरस्कार प्राप्त हुए थे।
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उन्होंने ने अपनी शुरुआत की पढ़ाई अमृतसर में पूरी की थी। उनका बचपन से डॉक्टर बनने की इच्छा थी ,परंतु उन्होंने अपना फैसला बदल दिया और वह इंडियन आर्मी की परीक्षा देने लगे औरआर्मी में भर्ती हो गए। वह देहरादून में इंडियन मिलिट्री अकेडमी में सबसे पहले जॉइन हो गए। उनको भारत का आठवां के चीफ ऑफ द आर्मी स्टाफ का पद दिया गया था। ऐसा यह रंगीन व्यक्तिमत्व था।